लेखनी प्रतियोगिता -23-Aug-2023
जब छोटा सा शिशु जन्म लेता है
तो सबसे पहले आवाज एक आती है क्या हुआ बेटी या बेटा है
बेटी होने में थोड़ा सा चेहरा में
उदासी झा जाती है
मां पिता के मुख में नही रिश्तेदार के मुख में
बेटा होता तो कुल को बढ़ाता ये तो हर घर की कहानी है
जो मिलता है उसी मैं कमी ही जतानी है
हॉस्पिटल से जब घर आता शिशु
तो जैसे उसके कदम अपने घर आंगन में पड़ते है
तो भाई बहन उसका पहले ही नामकरण करते है
कोई बुलाता रिशु , विशु,या मिशू
घर के पूर्वज बच्चो को समझाते है
नामकरण अभी नही थोड़े वक्त बाद कराते है
धूमधाम से छठी बारहों उस शिशु का बनाते है
फिर उस न समझी ही कहे मां पिता की आज के जमाने मॉम डैड की
शिशु की फोटो स्टेटस पे लगाते है
पहले की मां अपने बच्चो को काला टीका लगती थी
नजर न लग जाए तो यू ही ऐसे कपड़े पहनाती थी
पूर्वज रोक टोक कर दे तो बोलते है
आज के चलन में है मां पर
शिशु को जिस दिन पैदा हुआ उसे तकनीक मोबाइल से जोड़ दिया
जब स्नेह से गले लगाने का वक्त होता
तो शिशुओं को दूर कर मॉम डैड
मोबाइल पे लगे मिलते है
तभी अब शायद मेरे ख्याल से
बच्चे मां बाप उस कदर प्यार नही करते है।।
RISHITA
23-Aug-2023 08:43 AM
Beautiful
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Abhilasha Deshpande
23-Aug-2023 08:35 AM
Very nice
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